टेंडर विवाद ने पकड़ा तूल, जातिसूचक गालियों और धमकी के आरोप में केस दर्ज, दोनों पक्ष भाजपा से जुड़े
(नितेन्द्र झा)
महोबा/ जिला पंचायत कार्यालय में शनिवार को आयोजित टेंडर प्रक्रिया हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप की भेंट चढ़ गई। टेंडर डालने आए ठेकेदारों और जिला पंचायत अध्यक्ष के बीच तीखी झड़प के बाद विवाद ने गंभीर रूप ले लिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष जेपी अनुरागी ने ठेकेदारों पर न केवल टेंडर प्रक्रिया में बाधा डालने बल्कि टेंडर पेटी में पानी डालने, जातिसूचक गालियां देने और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है। इस प्रकरण में नगर कोतवाली में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
वहीं आरोपी पक्ष ठेकेदार महेश तिवारी और उनके पुत्र मोहित तिवारी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पलटवार किया है। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष पर टेंडर प्रक्रिया में मनमानी करने और अपने खास ठेकेदार को ठेका दिलवाने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। तिवारी पक्ष का कहना है कि वे नियत समय से पहले टेंडर जमा करने पहुंचे थे लेकिन कर्मचारियों द्वारा उन्हें रोका गया, जिससे विवाद हुआ। उनका दावा है कि घटना के पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी भी उनके पास मौजूद है।
घटना के बाद दोनों पक्षों की शिकायतें सामने आने से मामला और पेचीदा हो गया है। खास बात यह है कि दोनों ही पक्ष भाजपा से जुड़े बताए जा रहे हैं, जिससे इस विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया है। हालांकि अभी तक किसी भी दल के पदाधिकारी ने इस मुद्दे पर सार्वजनिक बयान देने से परहेज किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक वंदना सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर कोतवाली में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। सीओ और कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में मौके की जांच कर साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं। दोषी पाए जाने पर कानून सम्मत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल महोबा का जिला पंचायत कार्यालय विवाद का केंद्र बन गया है और टेंडर प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
