हमीरपुर के गौर वंश की आन बान शान के प्रतीक विजय पताका गरुणध्वज की शोभा यात्रा को प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बहुत ही धूमधाम से कुरारा नगर में निकाला गया इस शोभा यात्रा में सैकड़ों की संख्या में नगरवासी सम्लित हुए, ये गरुणध्वज होली के बाद भाईदूज के दिन निकाली जाती है, इस बार शोभायात्रा में रामदरवार के अतिरिक्त शिव पारवती और राधा कृष्ण की झांकियां भी सम्मलित हुई गाजेबाजे और डीजे में श्रीराम के नारों के साथ युवाओं की टोली शोभायात्रा में जोश बढ़ा रहीं थीं , ये गरुणध्वज लगभग २० फ़ीट की होती है जिसे खड़ा कर लेके चलना काफी ताक़त का काम होता है अभी तो पांच सात लोग इसे लेके चलते हैं पर पहले सुघर सिंह जी थे जो अकेले ही इसे काफी दूर तक लेके चलते थे और बताया जाता है की उस समय ध्वज का साइज भी बड़ा हुआ करता था। आज के कार्यक्रम में बजरंगदल के युवाओं ने व्यवस्था सँभालने में अग्रणी भूमिका निभाई अर्पित चौरसिया और आशीष तिवारी ने इन बजरंगियों का नेतृत्व किया। अगर हम इसके पूरे इतिहास की बात करें तो वो कुछ ऐसे है कि –
ये विजय पताका हमीरपुर के राजा हम्मीरदेव व #गौर_वंश के प्रतापी वीर योद्धाओं की जीत की याद दिलाता है जिन्होंने राजा हम्मीरदेव के निमंत्रण में आकर उनका साथ देकर दुश्मनों को परास्त कर विजय श्री दिलाई थी उसी विजय श्री के याद में सैकड़ो वर्षो से विजय पताका की शोभा यात्रा निकाली जाती है, राजा हम्मीरदेव ने गौर वंश को 12 गांव दान में दिये थे जिसकी जागीर कुमहूपुर बनाया गया था एवं रहने के लिए हरेहटा में गढ़ी दी थी जो आज भी भग्नावशेष के रूप में विद्यमान है उस समय विजय पताका को पहले यमुना जी मे स्नान कराकर गौर वंश द्वारा स्थापित मां गौरा देवी में पूजा साधना होती थी इसके बाद कुरारा नगर में इस विजय पताका गरुणध्वज की शोभा यात्रा निकाली जाती थी
आज के इस कार्यक्रम में नगरवासियों द्वारा जगह जगह पर जलपान की व्यवस्था की गयी थी, पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से तटस्थ रहा , शोभा यात्रा में सम्मलित होने हमीरपुर से नगपालिका अध्यक्ष कुलदीप निषाद , कुरारा के ब्लॉक प्रमुख अशीस पालीवाल,विहिप प्रखंड अध्यक्ष अमित सिंह, कार्यक्रम के आयोजक दयाशंकर द्विवेदी (गुल्ली महाराज), इंडिया खोज विचार प्रधान संपादक सुशील सोनी , कन्हैया गुप्ता , अमन गुप्ता रवि गुप्ता , अवधेश गुप्ता , गोपालदास पालीवाल, रामेन्द्र सिंह नितिन सोनी सहित अन्य सैकड़ों लोग शामिल रहे।