वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)नई दिल्ली 8 अप्रैल। सरकार द्वारा सोने के जेवर पर HUID अनिवार्य करने पर खुद सरकार की जांच लैब की विश्वसनीयता संदेह में आ गयी है। टीबीजेए के अध्यक्ष योगेंद्र सिंघल ने बताया कि ऐसे कई मामले संज्ञान में आ चुके हैं जहां सरकारी जांच गलत रिपोर्ट दे रही है और इस आधार पर BIS दुकान को महीनों के लिए सील कर देती है जिससे व्यापारी को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है और उसकी विश्वसनीयता भी खतरे में फंस जाती है। श्री सिंघल ने आगे कहा कि एसोसिएशन के संज्ञान मे आया है कि BIS की साहिबाबाद स्थित पर्सनल लैब जहाँ ज्वैलर से कलेक्ट किये गये सैंपल की शुद्धता जांची जाती है, द्वारा 91.60 प्यूरिटी के 86 टन्च निकालकर अम्बाला शहर के गणपति ज्वैलर के मालिक आकाश गर्ग की दुकान 3 महीने से भी अधिक बंद करा दी, जिसकी HUID उन्होंने प्रेम हॉलमार्किंग सेंटर अम्बाला शहर से कराई थी| ज्वैलर द्वारा रिपोर्ट को चैलेंज करने पर दोबारा की गयी रिपोर्ट की अलग अलग तरह की तक़रीबन 50000/- रूपये फीस जमा कराने के बाद सैंपल पास हों गया | बीआईएस की लैब मे जो सैंपल फेल हुआ उसकी रिपोर्ट दिखाने व 1 ग्राम मे से बाकी बचे सैंपल की जाँच भी करने से मना कर दिया गया | इस घोर लापरवाही के कारण ज्वैलर की गुडविल भी ख़राब हुई और सवा तीन महीने बिक्री का नुकसान भी | साहिबाबाद लैब द्वारा 40 PPT से फेल किये जाने के 3 मामले एसोसिएशन के सामने आये है जिसमे 2 अम्बाला व 1 दिल्ली के करोल बाग़ का है |
श्री सिंघल ने कहा एसोसिएशन और देश के ज्वैलर यह जानना चाहते है कि BIS इस गंभीर श्रेणी के अपराध पर साहिबाबाद लैब व उसके दोषी कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्यवाही की ? जांच किस कारण से फेल हुए और आगे इस तरह की गंभीर गलती को कैसे सुधारा जायेगा | BIS के बड़े अधिकारियो द्वारा देश के जेवेल्लेर्स को क्या आश्वासन देना चाहते है | पीड़ित व्यापारी BIS के जुल्मो के खिलाफ हाईकोर्ट जाकर न्याय पाने पर विचार कर रहा है | श्री सिंघल ने सभी ज्वेलर्स से अपील की कि अगर वह भी बीआईएस के शिकार हों चुके है तो चुप ना बैठे|
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- November 27, 2024 9:26 pm