नितेन्द्र झा/बुंदेलखंड के फिल्म निर्माता निर्देशक सूरज कुमार शर्मा का जन्म बुन्देलखण्ड के जिला जालौन की तहसील उरई में हुआ था। वर्ष १९८० में उन्होंने अपने निर्देशन में प्रथम हिंदी फिल्म,” दुखदर्द ” का निर्माण और प्रदर्शन कराया।
वर्ष १९८९ में श्री सूरज कुमार शर्मा ने अपने कुमार सूरज फिल्म्स के बैनर तले दूसरी हिंदी फिल्म,” पापी फरिस्ते “, का निर्माण निर्देशन किया, जिसमें श्री शर्मा ने अपनी फिल्म का पीआरओ बनाया था.
उक्त हिंदी फिल्म,”” पापी फरिस्ते “””, अभिनेता राहुल के साथ अभिनेत्री जमुना को अनुबंधित किया था , फिल्म के अन्य कलाकारों में भारत भूषण, उर्मिला भट्ट, अंजन श्रीवास्तव, अजीत बच्छानी, अपराजिता भूषण, हुमा खान, भगवान दादा आदि बड़े बड़े कलाकारों को लेकर सफल निर्माण और प्रदर्शन किया था।
फिल्मों में नये कलाकारों को प्रवेश दिलाने हेतु उन्होंने मुंबई में ,” सिने ट्रेनिंग सेंटर “, का भी सफल संचालन कराया था।
गतवर्ष २२ जुलाई २०२२ को कला के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की तमन्ना करने वाले बुंदेलखंड के फिल्म निर्माता निर्देशक सूरज कुमार शर्मा का निधनं हो गया।
कला के क्षेत्र कुछ करने की तमन्ना करना अच्छी बात है, परंतु किसे किसे कितनी सफलता मिलती है, इसके लिए निर्माता सूरज कुमार शर्मा को प्रतीक के रूप में याद किया जाता रहेगा।