ब्यूरो/कुरारा – पूरा भारत इन दिनों राममय है वही भक्ति कुरारा ब्लॉक में भी देखने को मिल रही है गांव गांव में घर घर जाकर राम भक्त लोगों को पीले चावल ,राम मंदिर का चित्र और पत्रक देकर अयोध्या जाने का निमंत्रण दे रहे हैं और २२ जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन अपने ही गांव घर को अयोध्या मान कर दिवाली जैसा उत्सव मनाया जाने का निवेदन कर रहे हैं। आपको बता दें कि कुरारा में ६ न्याय पंचायत में ३८ ग्राम पंचायतें और कुल ६० ग्राम हैं जहां राम भक्तों द्वारा टोली बनाकर कर अलग अलग ढंग से घर घर जा कर लोगों को अयोध्या का बुलउवा दे रहे हैं। वहीँ लोग भी बहुत भावुक और उत्साह से राम भक्तों का स्वागत कर रहे हैं, हमने कुरारा संपर्क अभियान समिति के समन्वयक सुशील सोनी से बात की तो उन्होंने बताया की कुरारा में अभी तक ४४ ग्रामों में अक्षत वितरण की टोली अक्षत वितरण का कार्य प्रारम्भ कर चुकी है और कुरारा नगर में वार्ड न० ९ में भी आज २०० परिवारों में अक्षत पहुंचाए गए , सोनी ने आगे बताया कि हम १५ दिनांक तक पूरे ६० ग्रामों और कुरारा नगर के ११ वार्डों के घर घर तक राम जी का बुलउआ पहुंचाने का लक्ष्य पूरा करेंगे। जब हमने २२ जनवरी के बारे में पूंछा तो उन्होंने बताया कि २२ को कलयुग की दिवाली कहें तो अतिसंयोक्ति नहीं होगी तो २२ को उत्सव भी बहुत ही भव्य होना चाहिए , हम सब इसकी तैयारियों में लगे हैं सभी मंदिरों में साफ सफाई और सजावट के लिए टोली बनाई जा रही है साथ ही लोगों को भी निवेदन किया जा रहा है, LED टीवी लगा कर श्री अयोध्या से होने वाली प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण लोगों को दिखाने का भी सोंचा जा रहा है पर पहला प्रयास लोगो को जागरूक कर ५०० वर्षों के बाद आयी इस बड़ी प्रसन्नता को लोग अपने घरों में संध्या में दीप जलाएं और बड़ी ही भव्यता से इसे मनाये ये किया जा रहा है। हमारे साथ हिन्दू समाज बढ़ चढ़ कर भाग ले रहा है ये देख मन बड़ा ही भावुक हो जाता है। आज कुरारा ब्लॉक के बिलौटा गांव में रोहित निषाद ने २६ घरों में वितरण किया जिसमे सभी लोगों ने प्लेट और थाली लेकर बुलउआ की सामग्री लोगो का ऐसा भाव देख टीम के लोग भी बड़े भावुक हो गए। बेरी में विनय भटनागर जी ने आज बेरी गांव के सभी मंदिरों में जा कर पुजारियों को निमंत्रण दिया, लहरा की टीम ने तो कमाल किया और एक दिन में ४१८ घरों तक वितरण किया, और झलोखर में अभी तक ५९० घरों में राम जी का बुलउआ पहुँच चूका है।