श्रीनगर महोबा /श्री सिद्धेश्वर आश्रम पिपरा माफ जनपद महोबा धार्मिक स्थान पर 9 दिवसीय श्री राम कथा ज्ञान गंगा का आयोजन जनमानस के सहयोग से 15 जनवरी 2024 से आयोजित की गई। धार्मिक क्षेत्र पर बैरागी जी महाराज एवं संत श्री ब्रह्मचारी महाराज के त्याग तपस्या पर विस्तार से प्रकाश डाला गया । सिद्ध क्षेत्र मंदिर के पुजारी श्री सुरेश तिवारी, कथा परीक्षण साहू की प्रतिष्ठा यजमान श्री जय हिंद सिंह यादव लक्ष्मी नारायण भगवान की मूर्ति स्थापित करने के लिए श्री राजेंद्र अनुरागी मुख्य रूप से धार्मिक कार्यक्रम में से भागीदार रहे । आसपास के ग्रामीणों की मदद से श्री राम कथा का आयोजन हो रहा है।
मुख्य कार्यकर्ता बृजपाल सिंह यादव, रामफल यादव, हर्षवर्धन रिछारिया, कृपाल कुशवाहा, मंत्री कुशवाहा द्द्दे परम लाल कुशवाहा, बहादुर यादव अशोक कुमार, प्रदीप तिवारी, भगवत दयाल, खूबचंद प्रजापति, गोलू, काशीराम कुशवाहा, रोहित मिश्रा, भावेश गंगे, महेंद्र सिंह, विजय सिंह परिहार, अशोक सक्सेना आदि कार्यकर्ताओं ने श्री राम कथा महायज्ञ में भाग लिया ।
कथा के विराम दिवस पर बुंदेलखंड क्षेत्र के समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड द्वारा कथा के मध्य में नारी शक्ति बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ बेटी पूजन और उनका सम्मान किया गया । इस अवसर पर कथा व्यास योगाचार्य पंडित श्री विनोद पटेरिया जी ने व्यास गद्दी से उनके जीवन के बारे में लोगों को बताया और तिलक पुष्पाल पहनकर सम्मान किया भविष्य में सामाजिक क्षेत्र में काम करने का आशीर्वाद दिया ।
कथा व्यास योगाचार्य पंडित श्री विनोद पटेरिया के मुखारविंद से संत तुलसीदास रामायण पर बालकांड अयोध्या कांड से लेकर उत्तराखंड तक सातों अध्याय पर 9 दिन तक श्री राम कथा गुरु कृपा गुरु वंदना भगवान शिव शंकर पार्वती मां संवाद भगवान राजा दशरथ पुत्र उत्पत्ति की कामना को लेकर गुरु के पास जाना और गुरुजी द्वारा पुत्र होने के लिए यज्ञ करने तथा श्री राम प्रगटोत्सव जन्म की कथा की भक्ति श्री राम विवाह माता जानकी विवाह उत्सव। कैकई संवाद श्री राम बनवास भाई भारत की त्याग तपस्या और भगवान द्वारा केवट संवाद मां शबरी की भक्ति का वर्णन विस्तार से समझाया एवं वनवास से श्री माता जानकी का हरण । श्री हनुमान जी का मिलन । बाली सुग्रीव संवाद । सीता खोज, सूर्पनखा संवाद विस्तार से समझाया गया । इस अवसर पर उन्होंने सनातन संस्कृति धर्म की रक्षा करने के लिए सभी हिंदुओं को एकजुट होने और धर्म का प्रचार प्रसार करने पर बोल दिया । कथा व्यास गद्दी से उन्होंने प्रत्येक परिवार में संस्कृति संस्कार धार्मिक ग्रंथो का अध्ययन करने और बच्चों में अच्छे संस्कार देने पर बल दिया गया। राम नाम की महिमा को बताते हुए उन्होंने कहा कि राम का नाम कलयुग में पारस मणी के समान है इसको मुंह में बोलने से अंदर और बाहर शुद्धता और पवित्रता आती है
श्री रामचरितमानस ग्रंथ के चौपाई दोहा और छंदों के माध्यम से जनमानस भक्तों को जीवन जीने की कला भारतीय संस्कृति संस्कार धाम की स्थापना समझाया गया । भगवान ने पापियों को नाश करने के लिए संकल्प लिया और रावण और उसके परिवार का वध किया लेकिन भक्त विभीषण को लंका का राजा घोषित बनाया उत्तर कांड के माध्यम से मनुष्य के जीवन में भक्ति का प्रभाव किस प्रकार से हो यह पूजा समझने का प्रयास किया ।
नव दिवसीय श्री राम कथा में धार्मिक स्थान पर श्री राम महायज्ञ श्री लक्ष्मी नारायण भगवान प्राण प्रतिष्ठा एवं अवधपुरी में ४९५ वर्ष बाद भगवान श्री राम मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर व्यक्तियों में सनातन धर्म की रक्षा के लिए संदेश दिया एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया गया ।