अवैध वाहन धुलाई की दुकान पर विभाग की कथित मेहरबानी बनी चर्चा
#महोबा।(नितेन्द्र झां)जल संरक्षण के बड़े-बड़े नारे लगाकर सरकार भले ही अभियान चला रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही तस्वीर पेश कर रही है। शहर के फतेहपुर बजरिया मोहल्ले में बिना पंजीकरण के चल रहे धुलाई सेंटर रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि भूगर्भ जल विभाग का नोटिस मिलने के बाद भी न तो पानी की बर्बादी रुकी और न ही अवैध सेंटरों पर कोई कार्रवाई हुई।
गांधी विद्यालय और ज्ञानोदय विद्यालय के सामने संचालित यह सेंटर लंबे समय से खुलेआम चल रहा है। यहां मोटरसाइकिल से लेकर हैवी वाहन तक की धुलाई होती है। हाई स्पीड में वाहनों की आवाजाही से विद्यालय के बाहर हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है और स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर लगातार खतरा मंडरा रहा है।
शिकायत पर भूगर्भ जल विभाग ने संचालक को नोटिस देकर 30 दिनों में पंजीकरण कराने का निर्देश दिया था, लेकिन निर्देश का असर शून्य रहा। विभाग ने औपचारिकता पूरी कर फाइल बंद कर दी और अवैध धुलाई सेंटर फिर उसी अंदाज में चल रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने कड़ा रोष जताते हुए जिला प्रशासन से मांग की है कि शहर में संचालित सभी बिना पंजीकरण के धुलाई सेंटरों की जांच कर तत्काल कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि अगर अब भी अनदेखी जारी रही तो आने वाले दिनों में जल संकट और भयावह रूप ले सकता है।









