बस से लगेज मंगाने वाले व्यवसायियों को जीएसटी और ईवे बिल जैसे टैक्स से बचने का मौका मिल रहा है।
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय की भुमिका संदिग्ध?
#महोबा (नितेन्द्र झाँ) लग्जरी बसों में सवारी से ज्यादा सामान ढोया जा रहा है। बस के ऊपर क्षमता से अधिक सामान तिरपाल बांधकर आसानी से एक राज्य से दूसरे राज्य जा रहा है। परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के आंखों के सामने यह माल बसों में रखकर जा रहा है, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है।
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने पिछले कई महीनों से ऐसी बसों के खिलाफ चैङ्क्षकग अभियान भी शुरू नहीं किया है?
बडे शहरो से लग्जरी बसों में पैसेंजर से अधिक लगेज की ढुलाई ज्यादा हो रही है। जिससे टैक्स चोरी करने वालों को फायदा मिल रहा है। बताया जाता है कि बसों की छत से लेकर अंदर और डिग्गी में सिर्फ लगेज ही भरा रहता है। सूत्रों की यदि माने तो बस से लगेज मंगाने वाले व्यवसायियों को जीएसटी और ईवे बिल जैसे टैक्स से बचने का मौका मिल रहा है। वहीं राज्य और केन्द्र सरकार को भी कर का नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
Author: Nitendra Jha
Executive Editor