…तो क्या हुआ टेण्डरो को निरस्त करने की सूचना जनमानस को नहीं बताई?
महोबा/ सदर नगर पालिका परिषद में नगर के विकास को तवज्जो न देते हुए तथाकथित चहेतों को ऐन केन प्रकणेन कैसे लाभ दिलाया जा सके इस नीति को अंजाम दिया जा रहा है। तथाकथित चहेतों को अधिशासी अधिकारी ने नगर पालिका को दुधारू गाय बना दिया है,उक्ताश के आरोपों की चर्चा नगर में चहुंओर हो रही है।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिका परिषद नगर के विकास के लिए सीधे तौर पर नागरिकों को जबाबदेह क्योंकि वह नगर के लोगों से कर वसूली करते हुए नगर की व्यवस्था का संचालन करती है, परंतु महोबा नगर पालिका परिषद में पदस्थ अधिशासी अधिकारी पर आरोप लग रहे हैं कि टेण्डरो को गोपनीय तौर पर करवाते हैं व एक टेण्डर की प्रक्रिया में भी जब तक चहेतों को मिलने की संभावना न हो तो बगैर टेण्डर खोले ही निरस्त कर दिए जाते हैं। उक प्रक्रिया से विभाग को भारी नुकसान होता है।
नगर के जागरूक नागरिकों ने वर्तमान अधिशासी अधिकारी के समय हुये गुपचुप टेण्डरो के निकाले जाने तथा बिना खोले निरस्त कर दिए जाने की उच्च स्तरीय जांच करायें जाने की मांग की है।
Author: Nitendra Jha
Executive Editor