महोबा/ नगर पालिका परिषद इन दिनों अपने विकास कार्यों के लिए नहीं, अधिशासी अधिकारी की मनमानी कार्रवाई के लिए ज्यादा सुर्खियां बटोर रही है। नगर पालिका के गलियारे में ऐसी चर्चाएं खूब फैली हुई है कि साहब ने ई-टेंडर प्रक्रिया में ज्यादा ठेकेदारों के शामिल होने से टेंण्डर ही निरस्त कर दिया।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार सदर नगर पालिका परिषद में अधिशासी अधिकारी के द्वारा टेंण्डर निकालना और उन्हें निरस्त कर देने का खेल खेला जा रहा है। ऐसी जन चर्चा है कि पूर्व में स्वीकृत ई-टेंडर प्रक्रिया बड़ी मात्रा में 20प्रतिशत से ज्यादा दाम पर जाती रही है, परंतु इनके द्वारा 10 लाख रुपए तक के टेंण्डर अधिकांशतः लगभग फूल रेट पर कर दिए जाते हैं।
आरोप है कि लोकसभा चुनाव के पूर्व इनके द्वारा टेंण्डर डलवायें गये थे, परंतु नेट पर ठेकेदारों की संख्या ज्यादा देख टेंण्डरो को बगैर खोले ही निरस्त कर दिए गए।
नगर पालिका परिषद में चल रही अनियमितताओं पर शासन कब तक अपना संज्ञान लेता है। यह देखने वाली बात रहेगी।
Author: Nitendra Jha
Executive Editor